कुछ अन्य प्रश्न

I) निम्नलिखित गद्य-खंडों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

1) योगेन्द्र अपने पिता रामकरण यादव से 1965 और 1971 के पाकिस्तान से हुए युद्ध की आँखों देखी कहानियाँ सुनकर रोमांचित हो जाता था। पिता रामकरण सिंह ने दोनों लड़ाइयों में अपने पाकिस्तानी हमलावरों से दो-दो हाथ कर उन्हें अपने साहस और शौर्य से मार गिराया था।

प्रश्न- 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है?
         उ: यह गद्य-खंड ‘परमवीर चक्र से अलंकृत: योगेन्द्र सिंह यादव’ पाठ से लिया गया है।

2) इस पाठ के लेखक का क्या नाम है?
उ: इस पाठ के लेखक का नाम शिव कुमार गोयल है।

3) योगेन्द्र अपने पिता से कौन सी कहानियाँ सुनकर रोमांचित हो जाता था?
उ: योगेन्द्र अपने पिता से 1965 और 1970 के पाकिस्तान से हुए युद्ध की आँखों देखी कहानियाँ सुनकर रोमांचित हो जाता था।

4) योगेन्द्र के पिता ने इन युद्धों में क्या पराक्रम दिखाया था?
उ: योगेन्द्र के पिता ने इन युद्धों में अनेक पाकिस्तानी हमलावरों से दो-दो हाथ कर उन्हें अपने साहस और शौर्य से मार गिराया था।

2) सुबह होते-होते यह जाँबाज़ रणबाँकुरे बर्फीली हवाओं की चिंता किए बिना ऊपर तक जा पहुँचे। उन्होंने बाज की तरह झपट कर घुसपैठियों के बंकर पर धावा बोल दिया। पाकिस्तानी घुसपैठिए अचानक हुए इस हमले से भौंचक्के रहकर जान बचाने को भागने लगे। ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव तथा अन्य जवानों ने साक्षात्कार का रूप धारण किया तथा दुश्मनों पर हथगोला फेंकने के बाद उन पर गोलियों की बौछार शुरू कर दी। एक दर्जन पाकिस्तानियों को ढेर कर दिया गया। सवेरे साढ़े छह  बजते-बजते घुसपैठियों के टाइगर हिल के पहले बंकर पर तिरंगा फहरा दिया गया था।

प्रश्न- 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है?
         उ: यह गद्य-खंड ‘परमवीर चक्र से अलंकृत: योगेन्द्र सिंह यादव’ पाठ से लिया गया है।

2) इस पाठ के लेखक का क्या नाम है?
उ: इस पाठ के लेखक का नाम शिव कुमार गोयल है।

3) ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव तथा अन्य जवानों ने दुश्मनों को कैसे क्षति पहुँचाई?
उ: ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव तथा अन्य जवानों ने साक्षात काल का रूप धारण किया तथा दुश्मनों पर हथगोले फेंके और गोलियों की बौछार कर दी जिनमें एक दर्जन पाकिस्तानी मारे गए।

4) सैनिकों ने कब और कहाँ तिरंगा फहराया?
उ: सैनिकों ने साढ़े छह बजते-बजते घुसपैठियों के टाइगर हिल के पहले बनकर पर तिरंगा फहराया।

II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो।

1)  ग्रिनेडियर योगेंद्र यादव तथा अन्य जवानों को क्या आदेश दिया गया?
उ:  ग्रिनेडियर योगेंद्र यादव तथा अन्य जवानों को ऊपर पहाड़ी पर बने दुश्मनों के बंकरों तक पहुँचने के लिए रस्सियों के सहारे खड़ी चढ़ाई करने का आदेश दिया गया।

2) किन लोगों ने जवानों की पीठ थपथपाई? क्यों?
उ: लेफ्टिनेंट बलवान तथा कैप्टन सचिन ने अपने जवानों के प्रबल पराक्रम तथा अनुपम शौर्य को देखकर उनकी पीठ थपथपाई।

3) घायल योगेंद्र सिंह यादव ने क्या उद्घोष करते हुए दुश्मन पर हमला कि?
: घायल योगेंद्र सिंह यादव ने अपने इष्टदेव भगवान शंकर का स्मरण कर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए दुश्मन पर हमला किया।

4) लेखक ने योगेंद्र सिंह यादव को प्रलयंकार कहकर क्यों संबोधित किया?
उ: योगेंद्र सिंह यादव भगवान शिव के उपासक थे। दुश्मनों के खिलाफ उन्होंने रौद्र रूप धारण कर ‘टाईगर हिल’ की चोटियों पर प्रलयंकारी की तरह प्रलय करने पर उतारू थे, इसलिए लेखक ने योगेंद्र सिंह यादव को प्रलयंकारी कहकर संबोधित किया है।

5) योगेंद्र सिंह ने अपने गोलियों से आहात बाएँ हाथ को कैसे संभाला?
उ: योगेंद्र सिंह ने अपने गोलियों से आहात झूलते बाएँ हाथ को बेल्ट से छाती पर बाँध दिया और दुश्मनों से लड़ते रहे।

6) योगेंद्र सिंह ने भारतीय जवानों को कैसे सचेत किया?
उ: योगेंद्र सिंह ने देखा कि एक ओर जमा पाकिस्तानी नीचे की भारतीय चौकी पर हमले की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने चिल्लाकर भारतीय जवानों को सचेत किया।

7) युद्ध के मोर्चे पर लौटते समय योगेंद्र ने अपने पिता से क्या कहा?
: युद्ध के मोर्चे पर लौटते समय योगेंद्र ने अपने पिता से कहा कि मैं आपका नाम रोशन करूँगा।

8) योगेंद्र सिंह यादव को कौन से पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
: योगेंद्र सिंह यादव को उनके अनूठी साहस और प्रबल पराक्रम के प्रदर्शन के लिए सेना के सर्वोच्च ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।

9) दुश्मनों से जूझते हुए योगेंद्र सिंह कितना घायल हो चुका था?
उ: दुश्मनों से जूझते हुए योगेंद्र सिंह के शरीर के विभिन्न अंगों पर पंद्रह गोलियाँ लगी थी तथा उनका बायाँ हाथ टूट कर झूल रहा था।

10) योगेंद्र सिंह यादव ने दुश्मनों का मुकाबला किन हथियारों से किया?
उ: योगेंद्र सिंह यादव ने दुश्मनों का मुकाबला अपनी ए.के.47 राइफल, ग्रेनेड, हथगोलों और दुश्मन से छीनी हुई पीका गन से किया।

 भाषा अध्ययन

प्र) निम्नलिखित प्रत्येक शब्द का प्रसंग अनुसार भिन्न-भिन्न अर्थ बताने वाले वाक्य में प्रयोग   कीजिए।

 उदाहरण:  हार:- i) वह मैच हार गया।

ii) उसने नेताजी के गले में हार डाला।

1. पर – पक्षी के पर सुंदर हैं।
जमीन पर फूल गिरे हुए थे ।

2. फल – हमें फल की चिंता किए बिना मेहनत करनी चाहिए।
आम फल रसीला होता है।

3. आम – आम के पेड़ पर ढेर सारे आम लगे थे।
आज का दिन भी आम दिनों की तरह है।

4. पद – तुलसीदास के पद मुझे अच्छे लगते हैं।
शर्माजी का उच्च पद के लिए नामांकन हुआ है।

5. मत – बच्चा सो रहा है, शोर मत करो।
हर नागरिक को अपने मत का उपयोग करना चाहिए।

6. कर – अपना काम स्वयं अपने कर से करो।
व्यापारियों को हर वर्ष अपना आय कर भरना होता है।

7. कल – कारखानों में अनेक कल एक साथ चलते हैं।
कल हमारे घर मेहमान आएँगे।

8. भूल – राम को अपनी भूल का एहसास हुआ।
कोई अपना बचपन नहीं भूल सकता।

9. वर – भगवान इंद्र ने साधु से वर माँगने को कहा।
पिता अपनी पुत्री के लिए सदैव अच्छा वर चाहता है।

10. सोना – हमें जल्दी सोना चाहिए।
सोना मूल्यवान धातु है।

11. पत्र – पूजा के समय हम पत्र में भोजन करते हैं।
डाकिया पत्र बाँटता है।

12. सुर – गीता ने सुर में गीत गाया।
देवलोक में सुर रहते हैं।

13. हल – किसान हल से खेत जोतता है।
हर मुश्किल का हल होता है।

14. उत्तर – हिमालय भारत के उत्तर में स्थित है।
मैंने सभी प्रश्नों के उत्तर सही दिए।

15. अंबर – अंबर में काले बादल छाए हुए हैं।
श्री कृष्ण पितांबरी अंबर पहनते थे।