अभ्यास प्रश्न

क) निम्नलिखित पद्य-खंड को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

रनिया मेरी दुखी बहन है
वह निदाघ में मुरझा रही है,
मैं रनिया का सुखी बन्धु हूँ,
फिर वसंत में भी हँस रहा हूँ।

प्रश्न – 1) यह पद्यांश किस कविता से लिया गया है?
            उ: यह पद्यांश ‘रनिया’ कविता से लिया गया है।

2) इस कविता के कवि का नाम क्या है?
उ: इस कविता के कवि का नाम केदारनाथ अग्रवाल है।

3) रनिया क्यों मुरझा रही है?
: रनिया गर्मी के कारण मुरझा रही है।

4) रनिया का बंधु प्रसन्न क्यों है?
उ: रनिया के बंधु पर चिर वसंत छाया है, इसलिए वह प्रसन्न है।

ख) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर 15-20 शब्दों में लिखिए।

1) काव्य-नायक अपने आपको छलिया क्यों कहता है?
उ: काव्य-नायक अपने आपको छलिया कहता है क्योंकि वह रुपयों के बल पर सुखों का सौदा करता है।

2) रनिया को कैसे कपड़े पहनने पड़ते हैं?
उ: रनिया जन्म-जन्मांतर से गरीब है और उसे फटे-पुराने कपड़े पहनने पड़ते हैं।

3) रनिया और उसके देस बंधु में किस बात की समानता है?
उ: रनिया और उसका देस बंधु एक देश और एक उपवन में जन्मे एक रंग-रूप की दो कलियाँ हैं।

4) रनिया की क्या चाह है?
उ: रनिया चाहती है कि यह जग जल्दी बदले और उसे गरीबी और अभाव से छुटकारा मिले और उसके जीवन में मंगलमय परिवर्तन आए।

ग) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए।

 1) रनिया को अति गरीबी के कारण किस प्रकार की जिंदगी जीनी पड़ती हैं?
उ: इस कविता में रनिया गरीब मजदूर वर्ग की प्रतिनिधि है। समाज में फैली आर्थिक विषमता के कारण वह जन्म-जन्मांतर से गरीबी और अभाव में अपना जीवन बिताती रही है। वह दिन भर कड़ी मेहनत मजदूरी करती परंतु उसे भरपेट खाना नसीब नहीं होता। उसे तन ढकने के लिए उचित और पर्याप्त वस्त्र नहीं मिलते। वह उस कली के समान है जो निदाघ में मुरझा रही है। वह बहुत दुखी है और स्थिति अति दयनीय है।

2) रनिया कविता में अमीर देस बंधु के जीवन का वर्णन किन शब्दों में किया है?
उ: रनिया का देस बंधु जो इस कविता में धनिक वर्ग का प्रतिनिधि है, वह बहुत अमीर है। उसके हाथ में पैसा है जिसके फलस्वरूप वह हर सुख खरीद सकता है। वह वास्तव में एक छलिया है जो दूसरों को भूखा रखकर खुद भरपेट भोजन पाता है। उसका परिधान रेशमी है। वह उस कली के समान है जो वसंत ऋतु में हँस रही है। उसके जीवन में दुख और पीड़ा का कोई स्थान नहीं है। उसका जीवन सुख-समृद्धि से संपन्न है।

3) आज देश और देशवासियों की मानसिकता में हो रहे परिवर्तन को कवि ने कैसे सूचित किया है?
उ:
कविता में कवि केदारनाथ अग्रवाल ने आर्थिक और सामाजिक विषमता की समस्या को उजागर किया है। रनिया बहन, मेहनती मजदूर वर्ग का प्रतिनिधि है और देस बंधु धनिक वर्ग का प्रतिनिधि है। गरीब अमीर के बीच का यह अंतर जन्म-जन्मांतर से विद्यमान है। गरीब वर्ग चाहता है कि इस स्थिति में शीघ्र परिवर्तन हो परंतु अमीर वर्ग इस स्थिति को कदापि बदलना नहीं चाहता। आज देशवासियों के मानसिकता में परिवर्तन आ रहा है। सामाजिक क्रांति का हवाला देते हुए कवि यह बताते हैं कि अब पूरा देश रनिया के पक्ष में उठ खड़ा हुआ है और वह दिन दूर नहीं जब गरीब भी आर्थिक दृष्टि से सशक्त बन जाएगा। हम सब के सामूहिक प्रयत्नों से ही इस देश से गरीबी हट सकती है और दोनों वर्गों में क्षमता आ सकती हैं।