I) निम्नलिखित पद्य-खंड को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
1) रनिया बिल्कुल वही-वही है
चिरकुट ही चिरकुट पहने हैं
मैं भी बिल्कुल वही-वही हूँ
रेशम ही रेशम पहने हूँ।
प्रश्न – 1) यह पद्यांश किस कविता से लिया गया है?
उ: यह पद्यांश ‘रनिया’ कविता से लिया गया है।
2) इस कविता के कवि का नाम क्या है?
उ: इस कविता के कवि का नाम केदारनाथ अग्रवाल है।
3) रनिया क्या पहने हुए हैं?
उ: रनिया चिरकुट अर्थात पुराने फटे हुए कपड़े पहने हुए हैं।
4) देस बंधु क्या पहने हुए हैं?
उ: देस बंधु रेशमी वस्त्र पहने हुए हैं।
5) कवि इस पद्यांश के माध्यम से क्या कहना चाहता है?
उ: कवि इस पद्यांश के माध्यम से यह कहना चाहता है कि मेहनती मजदूर वर्ग के पास तन ढकने के लिए पर्याप्त वस्त्र नहीं है और धनिक वर्ग हमेशा रेशमी परिधान किए रहता है।
II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो।
1) रनिया किस काम में कुशल है?
उ: रनिया के हाथों में हँसिया है और वह घास काटने में कुशल है।
2) रनिया कब से गरीब है?
उ: रनिया जन्म-जन्मांतर से गरीब है।
3) देस बंधु ने क्या परिधान किया?
उ: देस बंधु ने रेशमी परिधान किया है।
4) रनिया का देस बंधु कैसा जीवन बिताता है?
उ: रनिया का देस बंधु जन्म-जन्मांतर से आरामदायी और विलासी जीवन बिताता है।
5) रनिया और देस बंधु परिस्थिति के विषय में क्या चाहते हैं?
उ: रनिया चाहती है कि जग जल्दी-जल्दी बदले और उसका उद्धार हो परंतु देशबंधु परिस्थितियों को बदलना नहीं चाहते, हमेशा अमीर बने रहना चाहता है।
6) आज पूरा हिंदुस्तान किसके विरोध में खड़ा है?
उ: आज पूरा हिंदुस्तान देस बंधु के विरोध में खड़ा है और रनिया के पक्ष में खड़ा है।