1) पाठ से
क) सलमा का पहला कदम बीमारी में ही क्यों बढ़ा था?
उ: सलमा भोपाल गैस रिसाव की शिकार हो गई थी। 1983 में ‘यूनियन कार्बाइड’ फैक्टरी से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। जिसमें हजारों लोग पीड़ित हुए थे। सलमा की तरह बहुत लोग जटिल बीमारियों के शिकार हो गए थे। सलमा ने जब से होश सँभाला था, बीमारी उसके साथ चल रही थी। उसका चेहरा, गला और आँखे सूज जाती, गले के अंदर खून बहता, साँस फूलती और पूरे बदन पर लाल धब्बे थे। शायद जब उसने चलना सीखा होगा वह बीमार ही रही होगी, इसलिए सलमा का पहला कदम बीमारी में ही बढ़ा था।
(ख) सलमा अपनी अम्माँ से क्या कहती थी जिससे उसकी अम्माँ उसे मार देती थी?
उ: गैस हादसे में सलमा के अब्बू का निधन हो गया था इससे उसकी माँ की मानसिक हालत बिगड़ गई थी। वह दरवाजे पर बैठकर उनके आने का इंतजार करती। जब सलमा उनको अब्बू के इंतकाल की सच्चाई बताती तो वह बिफर पढ़ती थी और उसे मारती थी।
(ग) सलमा ने ऐसा क्यों कहा कि मैं तो अब जीना चाहती हूँ?
उ: सलमा ने जब से होश सँभाला था, अपने-आप को बीमार ही पाया था। ऊपर से आर्थिक तंगी की वजह से उसकी बीमारी का सही इलाज भी न हो पाता था। पल-पल उस पीड़ा से गुजरना एक बच्ची के लिए त्रासदी सी थी। अब जब आयुर्वेद की दवाइयों से उसकी स्थिति में सुधार आ रहा है, तो उसमें एक नवीन आशा जागी है कि वह भी औरों की तरह सामान्य जीवन यापन कर सकती है। उसे एक उम्मीद की किरण नजर आई है, इसलिए वह कहती है वह जीना चाहती है।
2) दुर्घटना
“मेरे अब्बू इस दुर्घटना के कारण खत्म हो गए, जब हम बहुत छोटे थे।”
ऊपर के वाक्य से पता चलता है कि सलमा के अब्बू किसी गैस दुर्घटना के कारण मर गए थे। दुर्घटना में कुछ लोगों को अपने शरीर के अंगों को गँवाना भी पड़ जाता है। तुम हवा, आग और पानी से होने वाली दुर्घटनाओं की एक सूची बनाओ। तुम इस सूची के आगे यह भी लिखो कि इसमें क्या-क्या नुकसान होता है।
उ: अ) आग से पूरा घर या कभी-कभी पूरा मोहल्ला भी जल सकता है। इससे जानमाल की भारी क्षति होती है।
आ) हवा से तूफान आते हैं। जिससे घर उजड़ जाते हैं, पेड़ गिर जाते हैं, मवेशी मर जाते हैं, फसलें तबाह हो जाती है और हजारों लोग बेघर हो जाते हैं।
इ) पानी से बाढ़ आती है। गाँव में पानी भर जाने से घर और खेत डूब जाते हैं। फसलें बर्बाद होती हैं और मवेशी मर जाते हैं। बाढ़ से जानमाल का भारी नुकसान होता है।
3) देखभाल
“हम उनसे कहते कि जब हम बड़े हो जाएँगे तो उनकी देखभाल करेंगे।” इस वाक्य को पढ़ो और बताओ कि–
क) कौन किसकी देखभाल करना चाहता/चाहती है?
उ: सलमा अपनी अम्मा की देखभाल करना चाहती है।
ख) वह बड़ा/बड़ी होकर ही देखभाल करना क्यों चाहता/चाहती है?
उ: वह बड़ी होकर कुछ काम कर अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती है और अपनी माँ को सुख देना चाहती है। उन्हें आराम करवाना चाहती है।
ग) क्या वह छोटे होने पर देखभाल नहीं कर सकता/सकती है?
उ: वह बीमार रहती है। धीरे-धीरे उसकी स्थिति में सुधार आ रहा है। वह छोटी भी है और बीमार भी इसलिए छोटे होने पर देखभाल नहीं कर सकती।
घ) अगर वह छोटे होने पर भी देखभाल करेगा/करेगी तो क्या हो सकता है?
उ: अगर वह छोटे होने पर भी देखभाल करेगी तो शारीरिक रूप से और कमजोर हो जाएगी और माँ की तकलीफें कम करने के बजाए तकलीफें बढ़ जाएँगी।
4) निबंध या संस्मरण
इस पाठ में भोपाल गैस त्रासदी का वर्णन हुआ है, जिसे इस त्रासदी को सहने वाली सलमा ने ‘वह सुबह कभी तो आएगी’ शीर्षक से लिखा है। अब तुम बताओ कि–
क) तुम इसे निबंध या संस्मरण में से क्या कह सकते हो और क्यों?
उ: इस कहानी में सलमा ने अपनी आपबीती सुनाई है इसलिए इसे संस्मरण कहना उचित होगा।
ख) अगर इसे कोई कहानी कहे तो क्या होगा?
उ: इसे अगर कहानी कहा जाएगा तो उसे सच नहीं माना जाएगा। कहानी ज़्यादातर कल्पना पर आधारित होती है।
ग) मान लो कि अगर तुम इसे लिखते तो इसका क्या शीर्षक देते और क्यों?
उ: इस कहानी में सलमा सारी विपरीत परिस्थितियों से लड़ी है। उसके मन में ठीक होने की तथा जीवन में कुछ करने की उम्मीद जागी है इसलिए मैं इस कहानी को “क्षितिज के पार’ यह शीर्षक दूँगा।
5) पंक्ति और शीर्षक
‘वह सुबह कभी तो आएगी’ – यह इस पाठ का शीर्षक है। साथ ही यह साहिर लुधयानवी के ‘गीत’ की पंक्ति भी है। इस तरह तुम कुछ अन्य गीतों, कविताओं, लेखों, कहानियों और प्रसिद्ध लोगों के विचारों आदि की किसी पंक्ति का चयन कर उसकी सूची बनाओ जिस पर अपने विचारों को लिख सकते हो और वह तुम्हारे लेख के लिए सही शीर्षक हो सकता है।
उ: ‘साथी हाथ बढ़ाना ‘– साहिर लुधियानवी
‘जो बीत गई वह बात गई‘ – हरिवंश राय बच्चन
‘एकला चलो ऐ‘ – रविन्द्र नाथ टेगोर
‘हम होंगे कामयाब एक दिन‘– गिरिजा कुमार माथुर
6) भेंट मुलाकात
तुम्हारी भेंट-मुलाकात अक्सर कुछ ऐसे लोगों से भी होती होगी या हो सकती है जिनकी आँखें नहीं होतीं, जो बोल और सुन नहीं सकते। कुछ वैसे भी लोग होंगे या हो सकते हैं जो हाथ-पैर या अपने किसी अन्य अंग से सामान्य मनुष्य की तरह काम नहीं कर सकते। अब तुम बताओ कि–
क) यदि तुम्हें किसी गूँगे व्यक्ति से कुछ समझना हो तो क्या करोगे?
उ: यदि किसी गूंगे व्यक्ति से कुछ कहना हो या समझना हो तो इशारों से या लिखकर पूछेंगे।
ख) यदि तुम्हें किसी बहरे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?
उ: बहरे व्यक्ति को समझना या समझाना हो तो इशारों से या लिखकर बताएँगे।
ग) यदि तुम्हें किसी अंधे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?
उ: अंधे व्यक्ति को कुछ बताने के लिए उसे बोलकर बताएँगे या उसका हाथ पकड़कर उसे स्पर्श करवाकर समझाएँगे।
घ) किसी ऐसे व्यक्ति के साथ खेलने का अवसर मिल जाए जो चल फिर नहीं सकता हो तो क्या करोगे?
उ: उसके साथ बैठकर बातें करेंगे। चित्रकला के लिए या लिखने के लिए उसे प्रोत्साहित करेंगे या लूडो कैरम का शतरंज जैसे खेल खेलकर उसका मनोरंजन करेंगे।
7) उपाय
नीचे कुछ दुर्घटनाओं के बारे में लिखा हुआ है; जैसे–
(क) सड़क दुर्घटना–सड़क पर होती है।
(ख) ट्रेन दुर्घटना–ट्रेन की पटरी पर होती है।
(ग) हवाई दुर्घटना–धरती या आसमान कहीं भी हो सकती है।
(घ) नौका दुर्घटना–जल में हो सकती है।
इनके कारणों में मानवीय भूल, जानबूझकर और प्राकृतिक रूप से संबंधित कोई भी कारण हो सकता है। मान लो कि तुम्हारे आस-पास ऐसी कोई भी दुर्घटना घट जाती है तो तुम क्या-क्या करोगे? इसमें तुम जो भी करना चाहते हो, उसका कारण भी बताओ।
क) क्या तुम स्वयं को बचाओगे?
ख) किसी और को बचाओगे?
ग) किसी अन्य को बचने और बचाने का उपाय बताओगे?
घ) किसी अन्य को उस दुर्घटना के बारे में बताओगे और बुलाओगे?
ड) क्या तुम चुपचाप रह जाओगे?
उ: मैं सबसे पहले स्वयं को बचाऊँगा, तभी तो मैं दूसरों को बचा पाऊंगा। खुद को बचाने के बाद दूसरों को बचाने की कोशिश करूँगा। दुर्घटना घटते समय यदि खुद दुर्घटना स्थल पर नहीं पहुँच पा रहे हैं तो पीड़ित व्यक्ति को उपाय बताएँगे। दुर्घटना घटते समय अगर उस व्यक्ति को अकेले बचाना संभव नहीं है तो और लोगों को मदद के लिए बुलाएँगे और अगर मुझसे पहले कोई और व्यक्ति घटना के स्थल के करीब है तो उसे वहाँ जाने के लिए कहूँगा ताकि हमारे पहुँचने से पहले अति शीघ्र मदद पहुँच जाए। किसी और को मुसीबत में देखकर मैं चुपचाप नहीं रह सकता। मुझसे जितने लोगों की मदद होगी मैं प्रयत्न कर उनकी जान बचाने की कोशिश करूँगा, यही तो मानवता का धर्म है।
8) शब्द योग
“मेरा गला और आँखें सूज जाती हैं, मेरा चेहरा सूजन की वजह से बड़ा रहता है।”
ऊपर के वाक्य में सूज और सूजन शब्द का प्रयोग सार्थक ढंग से हुआ है। इसके साथ सूजना शब्द का प्रयोग भी किया जा सकता है। तुम भी अपने ढंग से कुछ ऐसे शब्दों की सूची बनाओ जिनके रूप में थोड़ा-बहुत अतंर हो तभी सार्थक ढंग से उसका प्रयोग किया जा सकता है; जैसे –टूट, टूटना, टूटन आदि।
उ: 1. सूज, सूजन, सूजना
2. टूट, टूटना, टूटन
3. गिर, गिरना, गिरावट
4. देख, देखना , दिखाना
5. फैल, फैलना, फैलाव
6. सज , सजना , सजावट
7. रूठ, रूठा, रूठना
8. भर, भरना, भरावट