अभ्यास प्रश्न
क) निम्नलिखित पद्य-खंड को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
धरती धरती है –
नहीं है वह ‘ऑटोमोबाइल’
कि स्विच दबाकर ड्राइव करोगे,
छोड़ दोगे ले जाकर पटना या दिल्ली ।
प्रश्न – 1) यह पद्य-खंड किस कविता से लिया गया है ?
उ: यह पद्य-खंड ‘धरती’ कविता से लिया गया है ।
2) इस कविता के कवि का नाम क्या है ?
उ: इस कविता के कवि का नाम नागार्जुन है ।
3) कवि के अनुसार ऑटोमोबाइल का हम क्या उपयोग करते हैं ?
उ: कवि के अनुसार हम ऑटोमोबाइल का स्विच दबाते हैं और पटना या दिल्ली जाकर छोड़ते हैं।
4) कवि के अनुसार धरती ऑटोमोबाइल क्यों नहीं है ?
उ: कवि के अनुसार धरती सचल – अचल वस्तुओं की जननी है । वह मात्र कोई ऑटोमोबाइल नहीं है । इस पर इच्छित फल पाने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है।
ख) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 10-12 शब्दों में लिखिए ।
1) पन्हाई हुई गाय के साथ हम क्या व्यवहार करते हैं ?
उ: पन्हाई हुई गाय का दूध निकालकर हम लोटे में भर लेते हैं ।
2) लोग मंडियों में जाकर क्या बेच सकते हैं ?
उ: लोग मंडियों में जाकर चावल और गेहूँ बेच सकते हैं ।
3) हम ऑटोमोबाइल को ड्राइव कर कहाँ छोड़ सकते हैं ?
उ: हम ऑटोमोबाइल को ड्राइव कर पटना या दिल्ली छोड़ सकते हैं ।
4) कवि ने धरती को अन्नपूर्णा क्यों कहा है ?
उ: कवि ने धरती को अन्नपूर्णा कहा है क्योंकि वह हमारी जननी है और हमें अनाज देती है । धरती माता किन लोगों से खुश होती है धरती माता उन लोगों से खुश होती है जो कठोर परिश्रम करते हैं।
ग) निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए ।
1) धरती मानव से क्या अपेक्षा रखती है ?
उ: धरती माता हमारी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में समर्थ है । यह हमारी माता है, जननी है । यह सचल-अचल वस्तुओं की जननी है । यह जन्मभूमि सहनशील है, अन्नपूर्णा है, जो हमें अन्न प्रदान कर जीवित रखती है । यह अपनी स्तुति नहीं चाहती क्यों कि केवल प्रशंसा या गुणगान करनेवाले से, शोषण करनेवाले से धरतीमाता कभी खुश नहीं होती । धरतीमाता के कृपा का अधिकारी वही मानव हो सकता है जो कठोर परिश्रम करता है ।