प्र) निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ बताकर वाक्य में प्रयोग करो ।
* हाथ बटाना – शामिल होना, सहायता करना
– युवाओं को देश की प्रगति में हाथ बटाना चाहिए ।
अभ्यास प्रश्न
क)निम्नलिखित काव्य खंड को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
हमें चाहिए शांति, जिंदगी हमको प्यारी,
हमें चाहिए शांति सृजन की है तैयारी,
हमने छेड़ी जंग भूख से, बीमारी से,
आगे आकर हाथ बँटाए दुनिया सारी ।
प्रश्न- 1) प्रस्तुत काव्य पंक्तियाँ किस कविता से ली गई है ?
उ: प्रस्तुत काव्य पंक्तियाँ ‘जंग ना होने देंगे’ कविता से ली गई है ।
2) इस कविता के कवि का नाम क्या है ?
उ: इस कविता के कवि का नाम अटल बिहारी वाजपेयी है।
3) हमने किसके विरुद्ध जंग छेड़ी है ?
उ: हमने भूख और बीमारी के विरुद्ध जंग छेड़ी है ।
4) जिंदगी और सृजन के लिए किस बात की जरूरत है ?
उ: जिंदगी और सृजन के लिए शांति की जरूरत है।
ख) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 10-12 शब्दों में लिखिए ।
1) कवि सारी दुनिया से क्या अपेक्षा रखता है ?
उ: कवि कहते हैं कि हम विश्व शांति के उपासक हैं । हम शांति चाहते हैं । सब देश आपस में प्रेम से रहें और जंग ना होने दें ।
2) इस कविता में कवि ने किस तरह के विश्व की कल्पना की है ?
उ: इस कविता में कवि ने युद्ध-विहीन विश्व की कल्पना की है जहाँ जंग ना हो सब शांति से रहे।
3) दुनिया किसका असली चेहरा जान गई है ?
उ: दुनिया उन देशों का असली चेहरा जान गई है जिनका हथियारों के ढेर पर डेरा है और जो विश्व- शांति की बात करते हैं परंतु बगल में बम रखते हैं, सबको धोखा देते हैं ।
4) विश्व-शांति का साधन किसे कहा गया है ?
उ: विश्व-शांति का साधक हम सब को कहा गया है जो विश्व में शांति चाहते हैं और इस कार्य में प्रयत्नशील हैं।
5) विश्व-शांति का हमारा सपना कब साकार होगा ?
उ: विश्व-शांति का हमारा सपना तब साकार होगा जब सारी दुनिया युद्ध-विहीन हो जाएगी तथा प्रेम और शांति का प्रसार करेगी ।
6) जंग-प्रिय लोगों की नियत कैसी होती है ?
उ: जंग-प्रिय लोग नवीनतम हथियार एकत्रित करते हैं, धोखेबाज होते हैं तथा उनके बगल में बम होता है और मुँह से वे विश्व-शांति की वार्ता करते हैं।
ग) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए ।
1) भारत विश्व में शांति कैसे स्थापित कर सकता है ?
उ: भारत विश्व-शांति बनाए रखने के लिए दुनिया के सारे देशों से जंग की जगह शांतिवार्ता करना चाहता है । जो भी खोज, नवाचार, अनुसंधान होंगे वह मानव जाति के सृजन और भलाई के लिए होंगे न की जंग के लिए । हथियार, गोला-बारूद, परमाणु हथियार जैसी चीजों का उत्पादन नहीं होगा तो यह विश्वयुद्ध विहीन हो जाएगा और सब देशों के बीच शांति स्वयं ही स्थापित हो जाएगी।
2) कवि कफन बेचनेवालों से क्या कहता है?
उ: कवि कफन बेचनेवालों से कहते हैं कि दुनिया कफन बेचनेवाले देशों का चेहरा जान गई है। यह देश विश्व-शांति के नाम पर जंग की तैयारी कर दुनिया को धोखे में रखना चाहते हैं । हमें उनकी चालें कामयाब नहीं होने देनी चाहिए । हमें जंग ना होने देने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। कवि कहते हैं कि हमें कोशिश करनी चाहिए कि हरी-भरी धरती पर खेतों को फिर भी खूनी खाद न मिले और खलिहानों में मौत की फसल न खिले । कवि कफन बेचनेवालों से कहते हैं कि हम विश्व-शांति के उपासक हैं, हम जंग नहीं होने देंगे।
3) इस कविता के माध्यम से कवि हमें क्या संदेश देना चाहता है ?
उ: कविता के माध्यम से कवि अटल बिहारी वाजपेयी हमें यह संदेश देना चाहते हैं कि हमें विश्व-शांति कायम करनी चाहिए। कवि का मानना है कि हथियारों के बल पर कोई शांति स्थापित नहीं कर सकता । जंग का परिणाम सदैव, घृणा, विध्वंस, पीड़ा और विनाश ही रहा है । हरी-भरी धरती को खून से लाल नहीं होने देना है । हमें भूख से और बीमारी से जंग छेड़नी है और इस पवित्र कार्य में सबको अपना हाथ बँटाना चाहिए । विश्व के सारे देशों से शांतिपूर्ण रिश्ते स्थापित करने चाहिए।